उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के मयनागुड़ी स्थित दोमहनी के पास गुरुवार शाम को पांच बजे के करीब बीकानेर एक्सप्रेस की 12 बोगियां बेपटरी हो गईं। हादसे में चार-पांच बोगी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इस ट्रेन हादसे में अब तक पांच यात्रियों की मौत की पुष्टि की जा चुकी है। अभी भी कई यात्री बोगी के नीचे दबे हुए हैं। जलपाईगुड़ी की डीएम मोमिता गोदरा बसु ने मौतों की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि 51 एंबुलेंस राहत-बचाव कार्य में लगी हैं। 40 घायलों को मयनागुड़ी और जलपाईगुड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इधर, हादसे की खबर मिलते स्थानीय प्रशासन, पुलिस के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच गए, लेकिन हादसे के तीन घंटे बीत जाने के बाद भी कोई रेलवे अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। वहीं, राहत बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। मौके पर अंधेरा होने के कारण काम करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी, धुपगुड़ी से दमकल कर्मी भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। वहीं, बीएसएफ के जवान भी यात्रियों को अस्पताल पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
इधर, इस हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बातचीत कर घटना की जानकारी ली है। वहीं, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को घायल यात्रियों को जल्द से जल्द समुचित उपचार मुहैया कराने का निर्देश दिया है। रेलवे समेत जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं। वहीं, अंधेरा व घने कोहरे की वजह से राहत व बचाव कार्य में और मुश्किल हो सकती है। एनडीआरएफ की दो टीमों को तैनात किया गया है। पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में कई बोगियों के पटरी से उतरने के साथ गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस दुर्घटना में लोगों को बचाने के लिए शीघ्र ही पहुंचेंगे। यह जानकारी डीजी एनडीआरएफ अतुल करवाल ने दी। शाम करीब साढ़े पांच बजे करीब 30-35 एंबुलेंस मौके पर पहुंची। सभी घायलों को अस्पताल ले जाया गया। बचाव कार्य लगभग पूरा हो गया है। यह जानकारी भारतीय रेलवे अधिकारी ने दी। ममता ने कहा कि बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस हादसे में घायलों को इलाज मिलेगा। डीएम/एसपी/आइजी राहत व बचाव कार्य कर रहे हैं।