हरदोई में गांवों के विकास कार्यों को कराने के साथ ही जॉब कार्डधारकों को 100 दिन का रोजगार देने में 19 में से 11 ब्लॉक पिछड़ गए हैं। इन ब्लॉकों के पिछड़ने से जिले की प्रगति भी प्रभावित हो रही है और श्रमिकों को रोजगार भी नहीं मिल पा रहा है।
जिलाधिकारी ने इस पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने रोजगार देने में पिछड़े 11 विकास खंडों के कार्यक्रम अधिकारियों (पीओ) को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं।
मनरेगा में जॉब कार्डधारकों को एक वित्तीय वर्ष में 100 दिन के रोजगार की गारंटी दी गई है, साथ ही महिला श्रमिकों को रोजगार में वरीयता दी गई है। यहां पर 19 विकास खंडों में से 11 विकास खंडों में 100 दिन का रोजगार देन की प्रगति खराब रही है।
विकास खंड माधौगंज में 9.02, टोडरपुर में 7.08, कछौना में 0.82, कोथावां में 11.34, बेहंदर में 7.04, भरखनी में 24.60, हरपालपुर में 1.60 प्रतिशत, बिलग्राम में 8.14 और शाहाबाद में 6.56 प्रतिशत ही लक्ष्य की पूर्ति की जा सकी है। इस पर जिला कार्यक्रम समन्वयक मंगला प्रसाद सिंह ने नाराजगी जाहिर की है।
डीएम ने बताया कि माधौगंज के पीओ प्रवीण कुमार त्रिपाठी, टोडरपुर के शीतला प्रसाद, कछौना के धर्मेश चंद्र पांडेय, बेहंदर की प्रतिमा शर्मा, भरखनी व शाहाबाद की काजल, हरपालपुर के राजीव गुप्ता और बिलग्राम के पीओ आल मो. काजमी को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। सभी एक सप्ताह में जवाब मांगा गया है। जवाब संतोषजनक व प्राप्त न होने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नौ एपीओ से भी मांगा जवाब
डीएम ने रोजगार सृजन में लापरवाही पर अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारियों (एपीओ) से भी जवाब-तलब किया है। विकास खंड माधौगंज, कछौना, टोडरपुर, कोथावां, टोडरपुर, बेहंदर, हरपालपुर, भरखनी, बिलग्राम और शाहाबाद के एपीओ को नोटिस जारी किए गए हैं।