रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच कैदी बनाई गई 108 महिलाओं की घर वापसी, 2 ने कहा- मॉस्को में रहेंगे

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच एक अच्छी खबर आई है। यूक्रनी अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने रूस के साथ 100 से अधिक कैदियों की अदला-बदली की है। करीब 8 महीने से चल रहे युद्ध के दौरान इसे मॉस्को के साथ पहला ऑल-फीमेल एक्सजेंस बताया जा रहा है। यूक्रेनी प्रेसीडेंसी के चीफ ऑफ स्टाफ एंड्री यरमक ने बताया, ‘युद्ध के कैदियों का आज बड़े पैमाने पर आदान-प्रदान किया गया। हमने 108 महिलाओं को कैद से मुक्त किया। यह इस तरह का पहला प्रयास था।’
पूर्वी यूक्रेन में डोनेट्स्क क्षेत्र के प्रमुख डेनिस पुशिलिन ने इस एक्सचेंज की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि 108 महिलाओं को स्वैप किया गया, जबकि 2 ने रूस में ही रहने का फैसला किया। रूसी डिफेंस मिनिस्ट्री ने बताया कि 72 लोग यूक्रेन से लौटे हैं। ये उस क्रू पर मौजूद थे जिसे फरवरी में यूक्रेन ने अपने कब्जे में ले लिया था। इन सभी को मॉस्को ले जाया जाएगा, जहां उन्हें मेडिकल सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
यूक्रेन की ओर से यरमक ने बताया कि जिन लोगों की अदला-बदली की गई, उनमें से कुछ माताएं और बेटियां हैं। इन्हें एकसाथ ही रखा गया था। मारियुपोल के अजोवस्टल स्टील वर्क्स में 37 लोगों ने आत्मसमर्पण कर दिया था। एक्सचेंज को लेकर जो तस्वीरें जारी की गई हैं, उनमें कई महिलाएं नजर आ रही हैं। इनमें से कुछ ने कोट और मिलिट्री यूनिफॉर्म पहना हुआ है।
यह खबर ऐसे समय सामने आई, जब यूक्रेन की राजधानी कीव एक बार फिर रूस की ओर से किए गए हमलों के चलते दहल गई है। इन धमाकों के लिए विस्फोटकों से लदे ड्रोन इस्तेमाल किए गए और इन हमलों में 4 लोग मारे गए व इमारतों में आग लग गई। हमले में रूसी बलों की ओर से इस्तेमाल किए गए ड्रोन ईरान के शाहेद ड्रोन प्रतीत होते हैं। यूक्रेन के सैनिकों ने गोलीबारी कर इन ड्रोन को मार गिराने की कोशिश की।