लाबुशेन ने गाड़ा खूंटा बुमराह ने लगाई विकेटों की डबल सेंचुरी ?

जसप्रीत बुमराह की घातक गेंदबाजी के आगे ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी लड़खड़ा गई है. बुमराह का जादू बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में सिर चढ़कर बोल रहा है. उन्होंने ट्रेविस हेड को नीतीश कुमार रेड्डी के हाथों कैच कराकर टेस्ट क्रिकेट में अपने 200 विकेट पूरे किए. मेलबर्न में जारी चौथे टेस्ट मैच का आज चौथा दिन है. भारत को 369 रन पर समेटने के बाद ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 105 रन की बढ़त हासिल हुई. इसके बाद भारतीय गेंदबाजों का जादू चला. खासकर बुमराह का. जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया को झटके पर झटका दिया. वह अभी तक 4 विकेट झटक चुके हैं. ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में 100 रन के भीतर अपने 6 विकेट गंवा चुकी है. भारतीय टीम के इस मैच में जीतने के चांस बढ़ गए हैं. ऑस्ट्रेलिया इस समय बैकफुट पर है जबकि भारतीय टीम फ्रंटफुट पर बैटिंग कर रही है. बुमराह टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 200 विकेट हासिल करने वाले भारतीय बन गए हैं. बुमराह की सीम बॉलिंग के सामने ऑस्ट्रेलियााई धुरंधरों ने सरेंडर कर दिया. दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 100 रन के भीतर अपने 6 विकेट गंवा दिए. टीम इंडिया की बॉक्सिंग डे टेस्ट में वापसी हो गई है. ऑस्ट्रेलिया 49.0 ओवर के बाद 135/6

भारत और ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीमें चौथे टेस्ट मैच में आमने सामने हैं. मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में जारी बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच का आज चौथा दिन है.भारत के लिहाज से आज का दिन बेहद अहम है. भारत ने तीसरे दिन नीतीश कुमार रेड्डी के नाबाद शतक के दम पर टेस्ट में वापसी की. नीतीश ने अपने इंटरनेशनल करियर का पहला शतक जड़ा. उन्होंने 171 गेंदों पर सेंचुरी पूरी की. वॉशिंगटन सुंदर के साथ मिलकर नीतीश ने आठवें विकेट के लिए 127 रन जोड़े जो ऑस्ट्रेलिया में किस भारतीय जोड़ी की दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी रही. ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 474 रन के जवाब में भारत ने तीसरे दिन स्टंप्स पर 9 विकेट के नुकसान पर 358 रन बनाए थे. चौथे दिन का खेल आधे घंटे पहले शुरू हुआ. तीसरे दिन बारिश की वजह से खेल को जल्दी खत्म करना पड़ा था. भारत ने चौथे दिन पहली पारी में 369 रन बनाए. टीम इंडिया पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया से 105 रन पीछे रह गई.

ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी के 474 रन से भारत अभी भी 116 रन पीछे है. एमसीजी की सपाट पिच पर गेंदबाजों को कोई मदद नहीं मिलती देख अब टेस्ट बचाना भारत के लिए बहुत मुश्किल नहीं होना चाहिए. इस सीरीज में भारत की खोज रहे रेड्डी को इसका पूरा श्रेय जाता है. उन्होंने जुझारूपन की मिसाल पेश करते हुए वॉशिंगटन सुंदर (162 गेंद में 50 रन ) के साथ 127 रन की अहम साझेदारी की जो भारत के लिये निर्णायक मोड़ रही. महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने रेड्डी की पारी को सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पारियों में से एक बताया. ऋषभ पंत के गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर विकेट गंवाने के समय भारत का स्कोर छह विकेट पर 191 रन था .

आंध्र प्रदेश के युवा बल्लेबाज का स्कोर 99 रन था जब जसप्रीत बुमराह आउट हो गए. इस समय रेड्डी और आखिरी बल्लेबाज मोहम्मद सिराज क्रीज पर थे. सिराज के आने पर दर्शकों ने फिर उनकी हूटिंग की लेकिन उन्होंने मेजबान कप्तान पैट कमिंस की तीन गेंद संभलकर खेली . हर गेंद के बाद रेड्डी और दीर्घा में बैठे उनके पिता के चेहरे के भाव बदल रहे थे लेकिन सिराज ने तीन गेंद संभलकर खेली और रेड्डी को वह पल दिया जिसका सपना वह हजारों बार देख चुके थे. स्कॉट बोलैंड को सीधे चौका लगाकर रेड्डी ने अपना शतक पूरा किया और घुटने के बल बैठकर बल्ले पर हेलमेट रखकर भारतीय डगआउट के प्रति आभार व्यक्त किया . भारतीय खिलाड़ियों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया.

एक दशक पहले जब रेड्डी के पिता मुथियाला ने अपनी नौकरी छोड़कर साहूकारी का काम शुरू किया और नुकसान उठाया तो परिवार ने उन्हें अपने बेटे के सपनों को पर नहीं देने की सलाह दी लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी. सीमारेखा के पास बैठे रेड्डी के पिता अपने आंसू नहीं रोक सके जब उनके बेटे ने शतक पूरा किया. उन्हें वह दिन याद आ गया होगा जब उनके बेटे को 2017 में बीसीसीआई से सर्वश्रेष्ठ अंडर 16 क्रिकेटर का पुरस्कार मिला था. उस समय रेड्डी ने अपने आदर्श क्रिकेटर विराट कोहली और उनकी पत्नी अनुष्का के साथ सेल्फी ली थी. अपनी पारी में रेड्डी ने दस चौके और एक छक्का लगाया.

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