रायबरेली में तहसील व थानों पर शिकायत का फर्जी निस्तारण दिखा देते हैं। कोई भी जिम्मेदार फर्जी आख्याओं का फीडबैक लेने को तैयार नहीं है। हालात यह है। कि अधिकांश मामूली विवाद मार-पीट व गम्भीर अपराध में परिवर्तित हो जाते हैं।
दरअसल पूरा मामला रायबरेली के सलोन कोतवाली क्षेत्र स्थित पूरे मीरा गांव से निकलकर सामने आया है। जहां के निवासी हीरा लाल ने बुधवार को डीएम व एसपी को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि मेरा मकान वर्षों पुराना है वो कच्चा होने के चलते जब धराशाई हुआ तब हम लोग उस पर छप्पर डालकर गुजारा कर रहे हैं। कच्चे मकान के गिरने के बाद खाली पड़ी जमीन से कुछ मीटर आगे एक मकान बना हुआ है जो गांव के ही सुंदर लाल का है। सुंदर लाल के मकान का मुख्य द्वार पश्चिम दिशा में है किन्तु खाली पड़ी पैतृक मकान की भूमि की तरफ रात के समय दीवाल तोड़कर पूरब दिशा में अवैध कब्जा के उद्देश्य से दरवाजा लगा दिये। रोकने पर सुंदर लाल, राजबहादुर, व शिवबहादुर धारदार औजार निकालकर गर्दन पर रख दिये। और बोले कि यदि विरोध करोगे तो गला शरीर से अलग कर दूँगा पीड़ित ने बताया कि डर के कारण विरोध न कर सका कुछ ही दिनों के बाद दबंगों ने उसी नये दरवाजे के ऊपर पैतृक मकान की खाली पड़ी भूमि में अवैध कब्जा के उद्देश्य से छप्पर रखकर अवैध अतिक्रमण कर लिये। और धारदार औजार लेकर आये दिन दबंग पीड़ित के घर में घुसकर शिकायत न करने का दबाव बनाते हैं। पीड़ित ने विभिन्न स्तरों पर शिकायतीपत्र देने के बाद एक बार फिर से डीएम व एसपी से न्याय कि गुहार लगाई है। अब देखना यह है। कि जिम्मेदार दबंगों पर कार्यवाही कर पीड़ित को न्याय दिला पाते हैं। या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताए