महाराष्ट्र चुनाव रिजल्ट 2024: भतीजे की सीट पर चाचा का ‘आदमी’ जीत गया चुनाव, ठाकरे परिवार को झटका ?

महाराष्‍ट्र के विधानसभा चुनाव में एक ओर पवार परिवार में खींचतान दिखी, तो वहीं ठाकरे परिवार का भी यही हाल रहा. तमाम चुनावी नतीजों के बीच ठाकरे परिवार को एक और झटका लगा. इस चुनाव में चाचा ने भतीजे का खेल बिगाड़ दिया और भतीजा उन्‍हीं के उम्‍मीदवार से चुनाव हार गया. यह चाचा कोई और नहीं बल्कि उद्धव ठाकरे हैं. जी हां, उद्धव ठाकरे ने अपने चचेरे भाई राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे खिलाफ माहिम विधानसभा सीट से उम्‍मीदवार उतारा था, जिससे यहां की लड़ाई दिलचस्‍प हो गई थी और आखिरकार इस राजनीतिक नूरा कुश्‍ती में राज ठाकरे अपने बेटे को नही जीता पाए और उनके बेटे के राजनीतिक करियर पर ग्रहण लग गया.

किसने पाए कितने वोट
उद्धव ठाकरे के भतीजे अमित ठाकरे की सीट से शिवसेना उद्धव गुट के प्रत्‍याशी महेश बलिराम सांवत को जीत मिली. दरअसल, अमित ठाकरे यहां तीसरे नंबर पर रहे, हालांकि सावंत के लिए भी यह जीत एकतरफा नहीं रही. वह महज 1316 वोटों से ही चुनाव जीत पाए. दूसरे नंबर पर शिवसेना शिंदे गुट के उम्‍मीदवार सदा सरवणकर रहे. एक ओर जहां महेश बलिराम सांवत को कुल 50,213 वोट मिले, वहीं सदा सरवणकर को इस चुनाव में 48,897 वोट मिले. जबकि राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे को महज 33,062 वोट ही मिले. इस तरह अमित ठाकरे यहां पर तीसरे स्‍थान पर रहे, हालांकि शिंदे गुट के उम्‍मीदवार सदा सरवणकर इस सीट से 2014 और 2019 में दो बार विधायक रहे हैं. लेकिन वह इस बार हैट्रिक नहीं लगा पाए.

भतीजे को किसने हराया चुनाव
ऐसे में राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अगर यहां पर अमित ठाकरे को चाचा उद्धव ठाकरे ने अपना प्रत्‍याशी नहीं उतारा होता, तो मुकाबला सीधा अमित और शिंदे गुट की शिवसेना के उम्‍मीदवार के बीच होता, जिससे अमित की राह आसान हो सकती थी, क्‍योंकि अमित ठाकरे ने भी इस चुनाव में 33000 से अधिक वोट पाए. ऐसे में चाचा के प्रत्‍याशी ने ही भतीजे का खेल बिगाड़ दिया, वर्ना ठाकरे परिवार का एक और वारिस महाराष्‍ट्र विधानसभा में अपनी आवाज बुलंद कर रहा होता.

2019 में राज ठाकरे ने दिया था साथ
वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में जब आदित्‍य ठाकरे ने वर्ली विधानसभा से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. तब राज ठाकरे ने अपनी पार्टी मनसे से वहां कोई उम्‍मीदवार नहीं खड़ा किया था. ऐसे में अगर इसी तरह उद्धव ठाकरे ने भी भतीजे व राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे पर दरियादिली दिखाई होती, तो शायद वह चुनाव जीत जाते, हालांकि इस बार राज ठाकरे ने भी आदित्‍य ठाकरे की वर्ली विधानसभा सीट पर मनसे का प्रत्‍याशी उतारा था, जिसकी वजह से आदित्‍य ठाकरे की जीत का अंतर भी महज 8800 वोटों का ही रहा, जबकि पिछली बार मनसे का प्रत्‍याशी नहीं होने से वह इस सीट से 67000 से अधिक वोटों से चुनाव जीते थे.

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