पीलीभीत: अमरैयाकलां में विकसित हुआ 118 प्रजातियों के पौधों वाला हर्बल पार्क।


पीलीभीत: पुलकित खरे के विकास में विकास खंड पूरनपुर की ग्राम पंचायत अमरिया कलां में हरबल पार्क विकसित किया गया। पेड़ के पौधे के 118 प्रकार के पेड़ पौधे पार्क में पथ के साथ चलने के साथ ही आपकी दृष्टि में भी ऐसा ही होगा। ग्राम पंचायत के प्राथमिक उद्यान परिसर में परिसर का प्राकृतिक वातावरण तैयार किया गया है। विकास पार्क का विकास सत्य शर्मा की लगन और इच्छापाल के विकास विभाग का विकास कार्य पूरा हो गया है। जिलाधिकारी ️ जिलाधिकारी ग्राम प्रधान प्रबंधन समिति ने प्रशासक को नियुक्त किया है। ️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️” जानकारी प्राप्त करने के लिए हैं।
पार्क में कालमेघ, स्टीविया, असुगन्धा, गुगुल, सर्पगन्दा, गिलोए, मीठी नीम व एलोवेरा सहित विभिन्न प्रकार के लाभकारी पौधे लगाये जाने का कार्य किया गया। पार्क में मानव जीवन के लिए बीमारियों से लड़ने वाले औषधिऐं पौधों के पत्तियों के प्रयोग करने से अपनी बीमारियों को दूर सकते है। सदाबहार मधुमेह के उपचार, उच्च रक्तचाप में उपयोगी, मानसिक विकारों के इलाज में उपयोगी, दर्द निवारक, मंडूक पर्णी दिमाग को तंदुस्त रखने में एवं ब्लड प्रेशर में उपयोगी है। जिरेनियम रक्त के थक्के, सांस, त्वचा को जीर्वत सहित विभिन्न प्रकार की बीमारियों में उपयोगी। कालमेघ पौधे का प्रयोग बुखार हेतु निर्मित दवा पैरासिटामाल में किया जाता है तो वही स्टीविया शुगर मरीजों के के लिए लाभदायक होता है। ब्राम्ही मिर्गी व मानसिक क्षमता को बढ़ता है। पथरचट्टा काटेंदार किडनी रोग, खूनी दस्त एवं ब्लड प्रेशर के लिए उपयोगी है। नागदोन बबसीर के लिए बहुत उपयोगी होता है। महाबला सिर दर्द, दांत दर्द, त्वचा रोग, बुखार, हदय रोग में उपयोगी होता है। बाचई ल्यूकोरिया, सफेद दाग, कुष्ट रोग, बहदजर्मी को खत्म, दांतो के रोग में उपयोगी होता है।