गुजरात के खिलाफ हार से सनराइजर्स की मुश्किलें बढ़ी, पर अब भी प्लेऑफ का रास्ता खुला

गुजरात टाइटंस के खिलाफ मिली हार के बाद सनराइझर्स हैदराबाद के लिए प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदें लगभग समाप्त हो गई हैं, लेकिन वह अभी भी अगर-मगर के फेर में फंसी हुई है। यानी सनराइजर्स के लिए आगे की राह भले ही मुश्किल हो गई है, लेकिन प्लेऑफ का रास्ता पूरी तरह बंद नहीं हुआ है। गुजरात ने शुक्रवार को अहमदाबाद में खेले गए मुकाबले में सनराइर्ज को 38 रनों से हराया था। गुजरात के खिलाफ हार से सनराइजर्स की उम्मीदों को झटका लगा है। हैदराबाद के 10 मैचों में तीन जीत और सात हार के साथ छह अंक हैं और वह तालिका में नौवें स्थान पर है। दूसरी ओर, गुजरात ने प्लेऑफ के लिए कदम बढ़ा लिए हैं और वह अंक तालिका में दूसरे स्थान पर पहुंच गई है। गुजरात के 10 मैचों में सात जीत और तीन हार के साथ 14 अंक है। गुजरात ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में छह विकेट पर 224 रन बनाए थे, जवाब में सनराइजर्स की टीम 20 ओवर में छह विकेट पर 186 रन ही बना सकी।

सनराइजर्स को अगर प्लेऑफ की दौड़ में बने रहना है तो उसे अपने सभी चार मुकाबले जीतने होंगे। हालांकि, सिर्फ इतना करना ही पर्याप्त नहीं होगा क्योंकि सनराइजर्स को दूसरी टीमों के नतीजों पर भी निर्भर रहना होगा। सनराइजर्स को अपने शेष सभी मैच में बड़े अंतर से जीत दर्ज करनी होगी जिससे उसका नेट रन रेट बेहतर हो सके। अगर टीम ऐसा करने में सफल रही तो उसके 14 अंक हो जाएंगे। पिछले सीजन आरसीबी भी 14 अंकों के साथ प्लेऑफ में पहुंचने में सफल रही थी। फिलहाल मुंबई, गुजरात और आरसीबी के 14-14 अंक है और पंजाब किंग्स 13 अंक लेकर चौथे स्थान पर है।

-सनराइजर्स को अगर उम्मीदें जीवंत रखनी है तो पंजाब को अपने सभी मैच गंवाने होंगे।
-दूसरे स्थान पर चल रही गुजरात भी अपने सभी मैच बड़े अंतर से गंवाए।
-दिल्ली कैपिटल्स पंजाब और गुजरात को हराए।
-लखनऊ सुपर जाएंट्स पंजाब और गुजरात को हराए, लेकिन आरसीबी और सनराइजर्स के खिलाफ उसे हार मिले।
-केकेआर भी चार में से अपने दो मुकाबले हारे।

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