लोकसभा चुनाव 2024 में मुस्लिम वोटरों को साधने के लिए भाजपा यानी भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा प्लान बनाया है. मिशन 2024 को लेकर मुस्लिम समाज में बीजेपी के आउटरीच कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 12 अक्टूबर को पार्टी की अल्पसंख्यक मोर्चा ‘सूफी संवाद महा अभियान’ का आयोजन करने जा रही है. दरअसल, बीजेपी की कोशिश है कि पार्टी की पैठ मुस्लिम समाज के बीच सूफी संतों के माध्यम से मजबूत हो. उत्तर प्रदेश के सूफी संवाद महा अभियान के प्रभारी डॉ. सैयद एहतेशाम उल हुदा का कहना है कि सूफी दरगाहों और खामखाना में सभी धर्म और समुदाय के लोग आते हैं और इनका मूल मंत्र सबका साथ सबका विकास है और पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलने वाली केंद्र सरकार भी सबका साथ सबका विकास के मंत्र से ही काम कर रही है. इसी कड़ी में लखनऊ में उत्तर प्रदेश के लगभग 150 सूफी समाज के प्रतिनिधि पार्टी के कार्यालय में सूफी संवाद महा अभियान में शिरकत करेंगे.
सैयद एहतेशाम उल हुदा ने आगे कहा कि सूफी संवाद महाभियान में मोदी सरकार और राज्य की योगी सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी, जिसका फायदा मुस्लिम समाज को भी हुआ है. इसके साथ ही इस सूफी संवाद महा अभियान में दरगाहों और खानखानों की मांग और समस्याओं को भी सुना जाएगा और इसके बाद पार्टी केंद्र और राज्य सरकार तक उनकी मांगों को पहुंचाएगी. आगे आने वाले दिनों में लोकसभा चुनाव के पहले तक पार्टी की अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश के सभी दरगाह और खानखाना में जाकर भी संपर्क अभियान स्थापित करेगी.
मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में लगभग 1000 बड़े सूफियों के दरगाह और खानखाना हैं, जिसमें से प्रत्येक पर समाज के विभिन्न वर्ग के लगभग 10 हजार लोग आते हैं. पार्टी की कोशिश है कि इन दरगाहों के माध्यम से इन लोगों तक मोदी सरकार और योगी सरकार की योजनाओं को पहुंचाया जा सके और उन्हें भाजपा की ओर आकर्षित किया जाए.
12 अक्टूबर को लखनऊ में आयोजित होने वाले वाले सूफी संवाद महा अभियान में पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी, यूपी सरकार में मंत्री दानिश अंसारी, प्रदेश भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष कुंवर बासित अली और प्रदेश के सूफी संवाद महाभियान के संजोजक सैयद एहतेशाम उल हुदा शिरकत करेंगे. यह कार्यक्रम पार्टी के प्रदेश कार्यालय में 11 बजे आयोजित की जाएगी.